शुक्राणु (Sperm in Hindi) जिसे अंग्रेजी में स्पर्म कहा जाता है। यह पुरुष के सीमेन के अंदर मौजूद होते हैं। इसकी उपस्थिति ही एक महिला को माँ बनने में संयोग करती है।
शुक्राणु क्या है? (Sperm Kya Hai)
शुक्राणु यानि स्पर्म पुरुष के वीर्य में मौजूद होते हैं। शुक्राणु महिला के अंडे के साथ निषेचित होकर एक बच्चे को पैदा करने के लिए जिम्मेदार होता है। पुरुषों में शुक्राणु का उत्पादन वृषण यानि टेस्टिकल में होता है।
सक्रिय शुक्राणु क्या है?
सक्रिय शुक्राणु का अर्थ है अच्छे शुक्राणु (स्पर्म) जिसकी पहचान इन तीन चीज़ो को देखने के बाद होती है-
- शुक्राणु की संख्या
- शुक्राणु की गति
- शुक्राणु का आकार
यह तीनों चीज़े एक सक्रिय शुक्राणु की गुणवत्ता को दर्शाती है।
इन तीनों बात का अर्थ क्या है?
- शुक्राणु की संख्या
एक सीमेन के नमूने (sample) में 40 से 300 मि.ली शुक्राणु होना आवश्यक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के हिसाब से यदि किसी के सीमेन के नमुने में 15/ मि.ली से कम शुक्राणुओं की मात्रा है तो उस पुरुष को पिता बनने में समस्या होगी।
- शुक्राणु की गति
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के हिसाब से एक सीमेन के नमूने में 40% शुक्राणु सक्रिय होने चाहिए। जिनकी गति 25μm/s होनी आवश्यक है।
- शुक्राणु का आकार
यह सबसे अधिक ज़रूरी हिस्सा होता है। शुक्राणु का आकर तीन भाग में विभाजित है- सिर, गर्दन और पूँछ।
सिर
शुक्राणु का सिर का हिस्सा हमेशा अंडाकार का होना चाहिए। इस हिस्से में एक्रोसोम मौजूद होता है।
एक्रोसोम क्या है? – एक्रोसोम ऐसा अंग है जो शुक्राणु के सिर के आधे हिस्से में मौजूद होता है, जो कि एक प्रकार का एंजाइम छोड़ता है। यह एंजाइम निषेचन करने की क्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। पुरुष की आनुवंशिक (genetic) जानकरी यही मौजूद रहती है।
मध्य भाग
मध्य भाग को गर्दन भी कह सकते हैं। यह शुक्राणु का सबसे ताकतवर हिस्सा होता है। इस हिस्से में माइटोकांड्रिया होता है जो इसके तैरने के लिए मददगार होता है।
पूँछ
शुक्राणु का तीसरा हिस्सा पूँछ है जिसमें प्रोटीन होता है। जिससे वह अपने आपको आगे की तरफ बढ़ा पाता है। एक शुक्राणु का पूरा आकार सिर से लेकर पूँछ तक 0.05 होता है।