एएमएच (AMH) या एंटी-म्युलेरियन हार्मोन (anti-mullerian hormone) महिलाओं में पाया जाना वाला हार्मोन है। ये ओवरी में बनता है। इस हार्मोन के कम या ज्यादा लेवल से पता चलता है कि आप मां बन सकती हैं या नहीं। अगर एएमएच टेस्ट में एएमएच हार्मोन का स्तर कम आता है तो गर्भधारण में परेशानी हो सकती है। इस हार्मोन को बढ़ाने के लिए आप अपनी डाइट में हेल्दी फूड एड कर सकती हैं। जैसे विटामिन डी एएमएच का स्तर बढ़ाने में फायदेमंद माना जाता है। एएमएच का स्तर बढ़ाने के लिए आप कुछ हेल्दी आदतों को अपना सकते हैं जैसे- स्ट्रेस कम करना, हेल्दी डाइट लेना, ध्रूमपान न करना, रोजाना कसरत करना आदि।
एएमएच (AMH) का मतलब होता है एंटी-म्युलेरियन हार्मोन। (anti-mullerian hormone) एएमएच एक तरह का हार्मोन है जो महिलाओं में पाया जाता है। ये हार्मोन ओवरी में मौजूद छोटे फॉलिक्स से बनता है। ये हार्मोन कई लाख एग्स के साथ बनता है और उम्र बढ़ने के साथ इन एग्स की संख्या कम होती जाती है। इस हार्मोन की जांच उन महिलाओं में की जाती है जिन्हें कंसीव करने में परेशानी हो रही है।
क्या एएमएच हार्मोन का लेवल बढ़ाया जा सकता है? (Is it possible to increase AMH level)
एएमएच हार्मोन का लेवल का पता एएमएच टेस्ट के जरिए चलता है। अगर लेवल कम है तो डॉक्टर आपको एग काउंट इंप्रूव करने की सलाह देते हैं। एएमएच हार्मोन का स्तर सही डाइट, सप्लीमेंट, हेल्दी आदतों से ठीक हो सकता है। हर केस में ऐसा नहीं होता पर एएमएच को इंप्रूव करने के लिए आप कुछ हेल्दी आदतों को अपना सकती हैं जैसे-
- स्ट्रेस कम करना
- स्मोकिंग छोड़ना
- वजन कम करना
- रोजाना कसरत करना
- मीठी चीजों का सेवन कम करना
- ब्लड फ्लो इंप्रूव करना (मसाज के जरिए)